*रेलवे की ओर से अतिक्रमण की नोटिस जारी होने पर बौखलाये एटक और सीटू नेताओं ने कर्मियों और दुकानदारों के साथ डीआरएम कार्यालय के सामने किया विरोध
खड़गपुर .देशभर में अमृत भारत योजना के तरह कुछ चुने हुये रेलवे स्टेशन का आधुनिकरण और सौन्दर्यकरण किया जा रहा,जिसमे खड़गपुर रेलवे स्टेशन भी शामिल है।रेलवे की जमीन पर कुछ वैध (लीज) और अवैध करीबन सौ से अधिक दुकानें , श्रमिक संगठन एटक ,सीटू और कांग्रेस के सेवादल कार्यालय रेलवे की जमीन पर मौजूद है।
स्थानीय रेल प्रशासन की ओर से अतिक्रमण का एक नोटिस जारी किया गया ,जिसमे वैध और अवैध दुकानों सहित एटक ,सीटू और सेवादल कार्यालय को रेलवे की जमीन से हटा देने का फरमान जारी किया है।इन सभी को 30 अप्रैल तक अपनी अपनी दुकाने और श्रमिक संगठन कार्यालय को हटा लेने को कहा गया है,नही तो स्थानीय रेल प्रशासन अतिक्रमण का भी रास्ता अपना सकती है।
स्थानीय रेल प्रशासन की ओर से अतिक्रमण का फरमान जारी होने के बाद स्थानीय दुकानदारों से लेकर श्रमिक संगठन के नेता कर्मी में दहशत फैल गया है।अतिक्रमण से बौखलाये स्थानीय दुकानदार ,एटक ओर सीटू नेताओं ने कर्मियों के साथ मिलकर बोगदा स्थित डीआरएम कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया और अतिक्रमण रोकने और विकल्प व्यवस्था की मांग करते हुये एक ज्ञापन भी सौंपा।
विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व पूर्व सांसद पुलिन बिहारी बस्के, बिप्लब भट्ट, बिश्वनाथ साहा मौजूद थे। , सुधीर महत, मुस्तफा, वासुदेव बनर्जी, अयूब अली, जिला सचिव अशोक सेन, निहार घोष, सीटू नेता गोपाल प्रमाणिक, सबुज घोराई, अमिताभ दास और अन्य नेताओं ने किया।स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि हमलोग कइ वर्षो से इस इलाके में दुकानदारी करते हुये रेलवे और रेल यात्रियों की सेवा करते हुये आ रहे है.
Apr 26 2023, 18:44